सागर नर्मदा क्षेत्र में 1857 का स्वतंत्रता संग्राम

1857 का स्वतंत्रता संग्राम : सागर और दमोह के जिले बुंदेलखण्ड के राजा छत्रसाल द्वारा पेशवा को प्रदान किये गये थे और लार्ड हेस्टिंग्स द्वारा पेशवा को राज्यच्युत किये जाने के बाद ये जिले पूना की संधि के अधीन सन् 1817 में अंग्रेजों में मिला लिए गये थे; किन्तु देश का यह भाग मार्च 1818 … Read more

मध्यप्रदेश में 1857 का स्वतंत्रता संग्राम के घटना और परिणाम

घटना और परिणाम मध्यप्रदेश में 1857 का स्वतंत्रता संग्राम के घटना ओर परिणाम उन्नीसवीं सदी की पहली तिहाई में दम तोड़ती मराठा ताकत और अंग्रेजों के बीच हुए आखिरी संघर्ष के बाद मराठा राज्य संघ ने सेन्ट्रल इंडिया में ईस्ट इण्डिया कम्पनी की बढ़ती ताकत के सामने घुटने टेक दिये। इस क्षेत्र को अब मध्य … Read more

मध्यप्रदेश में 1857 का स्वतंत्रता संग्राम और उसके कारण

पृष्ठभूमि मध्यप्रदेश में 1857 का स्वतंत्रता संग्राम और उसके कारण लार्ड डलहौजी के पश्चात फरवरी 1856 में लार्ड केनिंग भारत का गवर्नर-जनरल होकर आया। यद्यपि केनिंग अत्यंत शान्तिप्रिय और उदार शासक था, परन्तु उसे यहाँ आने पर आशा के विपरीत एक क्रान्ति या सिपाही विद्रोह का सामना करना पड़ा। जिस समय केनिंग भारत का गवर्नर-जनरल … Read more